न्यूज चक्र (रमेशचंद्र) मुंडावर उपखंड के मूंडनवाड़ा गांव की दिव्यांग छात्रा पायल ने अपने संघर्ष और मेहनत से एक नई मिसाल पेश की है। पायल ने 10वीं परीक्षा में 600 में से 600 अंक हासिल कर 100% परिणाम प्राप्त किया है। पायल की इस उपलब्धि से न केवल उनका बल्कि उनके परिवार, क्षेत्र और राजस्थान का भी नाम रोशन हुआ है।

पायल की कहानी संघर्ष और साहस की मिसाल है। कुछ साल पहले बिजली करंट दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खोने के बाद पायल ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने पैरों का उपयोग करके अपने सभी काम करना शुरू किया, जिसमें खाना, लिखना और अन्य कार्य शामिल हैं। पायल की पैर से लिखावट इतनी सुंदर है कि जैसे मोती पिरो रखे हों।

पायल की इस उपलब्धि पर मुस्कान केयर एंड मेमोरियल सोसायटी मोलावास ने उनका सम्मान किया। सोसायटी के सलाहकार नरेंद्र यादव पूर्व सरपंच की अगुवाई में सचिव महेश कुमार, उप सचिव नरेश कुमार, सदस्य प्रशांत यादव, नरेंद्र यादव जालावास, हरीश और अमित ने पायल के घर पर उन्हें साफा पहनाकर, मिठाई खिलाकर सम्मानित किया और सोसायटी का सम्मान पत्र भेंट किया।

पायल ने बताया कि उनका सपना आईएएस बनने का है और वे कड़ी मेहनत और लगन से इसे पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं। मुस्कान केयर एंड मेमोरियल सोसायटी ने पायल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं और हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। पायल की इस उपलब्धि पर हर तरफ खुशी का माहौल है और उनके घरवाले खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं ।

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