न्यूज़ चक्र, कोटपुतली। रोडवेज आगार कोटपूतली के कर्मचारियों ने पिछले कई सालों से तनख्वाह न मिलने के चलते पांच दिवसीय धरना देकर विरोध जताया है। कर्मचारियों का आरोप है कि राज्य सरकार रिटायर रोडवेज कर्मचारियों के हितों के साथ कुठाराघात कर रही है और यहां तक कि रोडवेज के जो रेगुलर कर्मचारी हैं उनको भी तनख्वाह समय पर नहीं मिल पा रही है। कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि कुछ रिटायर कर्मचारी तो बिना तनख्वाह के ही स्वर्ग सिधार गए हैं।
रोडवेज कर्मचारी संघ का आज पांच दिवसीय धरने का आखिरी दिन था। धरने के आखिरी दिन मीडिया से मुखातिब होते हुए कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों धर्मपाल यादव, हनुमान प्रसाद यादव, संपत राम यादव, करतार सिंह, विजय सिंह यादव, छाजू राम, लीला राम, कंवर सिंह, निहाल सिंह, सोडा राम, भवानी सहाय, झब्बू राम, गोकुल चंद, फूलचंद व करण सिंह ने बताया कि पिछले 5 वर्षों से पेंशनरों को रोडवेज में घाटा बताकर एक पैसा भी नहीं दिया गया है जिसके चलते परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है। कर्मचारियों ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आगाह किया है कि समय पर कर्मचारियों को पैसा नहीं दिया गया तो आगामी चुनाव में परिणाम भुगतने होंगे।
अवैध बसों के संचालन पर रोक लगाने की मांग
आगर एसोसिएशन के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बसों के अवैध परिवहन व संचालन पर रोक लगाने की मांग की है। कर्मचारियों को कहना है कि इससे रोडवेज को नुकसान हो रहा है और रोडवेज कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिल पा रही है। रिपोर्ट- सीताराम गुप्ता।