
पीड़ित परिवार ने एसपी व जिला कलेक्टर से लगाई गुहार
विराटनगर। कस्बे के निकटवर्ती कुहाड़ा गांव का 14 वर्षीय बालक कृष्ण कुम्हार रहस्यमयी परिस्थियों में पिछले 12 दिनों से लापता है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस-प्रशासन की लापरवाही के कारण आज तक बच्चे का कोई सुराग तक नहीं लग पाया है। परिजनों की व्यथा अब आक्रोश में बदलती दिखाई दे रही है।

12 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ, परिवार बेबस
परिवार ने बताया कि 13 नवंबर की सुबह कृष्ण कुम्हार निजी स्कूल जाने के लिए घर से निकला, लेकिन स्कूल तक नहीं पहुंचा। शाम को जब वह घर नहीं लौटा तो आसपास और रिश्तेदारी में तलाश की गई, परंतु कहीं कोई जानकारी नहीं मिली। अगले दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के बावजूद पुलिस की कार्रवाई बेहद धीमी और कागजी साबित हुई।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआती दिनों में न जांच को तेज किया, न ही किसी विशेष टीम का गठन, जिससे महत्वपूर्ण समय बर्बाद हुआ और सुराग मिलने की संभावना भी कम हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस पहले दिन से ही गंभीर होती, तो मामला आज यहाँ तक नहीं पहुंचता।

एसपी व कलेक्टर से मिला पीड़ित परिवार, जताई नाराजगी
बढ़ती चिंता और पुलिस की ढीली कार्यशैली से परेशान होकर लापता बालक कृष्ण के पिता बाबूलाल कुम्हार, भाई सुनील कुमार सहित परिवारजन सोमवार को कोटपूतली-बहरोड़ जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई से मिले।परिजनों ने एसपी को पुलिस की लापरवाही से अवगत कराते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया और मांग की कि बच्चे की तलाश के लिए तुरंत स्पेशल टीम गठित की जाए तथा हर कोण से जांच तेज की जाए।वही परिवार जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी से भी मिला। परिजनों ने प्रशासन के सामने टूटते हौसले का दर्द बयां किया और कहा कि हमने पुलिस पर भरोसा किया, लेकिन बारह दिन बीत गए और न कोई टीम ठीक से लगी, न कोई सुराग सामने आया।
गांव में बढ़ती बेचैनी, प्रशासन पर सवाल
कुहाड़ा गांव में भी घटना को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चे के लापता होते ही पुलिस को सक्रिय हो जाना चाहिए था, लेकिन यहां पुलिस की निष्क्रियता ने पूरे मामले को गंभीर बना दिया है।ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने, आसपास के क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाने जैसी बुनियादी कार्रवाई भी समय पर नहीं की गई।
परिवार की अपील — हमारा बच्चा लौट जाए, बस यही उम्मीद
कृष्ण के पिता बाबूलाल कुम्हार का कहना है—
हमारा बच्चा बारह दिन से घर नहीं लौटा… पुलिस कहती रहती है कि जांच चल रही है, लेकिन अब तक एक भी सुराग नहीं मिला। प्रशासन जल्द कार्रवाई करे।परिवार और ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन तुरंत सर्च ऑपरेशन तेज करे और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।फिलहाल परिजन अपने लापता बच्चे की एक झलक देखने की उम्मीद में हर दरवाजे पर गुहार लगा रहे हैं, और पुलिस की धीमी कार्रवाई ने उनकी पीड़ा को और गहरा कर दिया है।
इधर विराटनगर थाना अधिकारी सोहनलाल ने बताया कि पीड़ित परिवार की लिखित परमिशन के बाद फोटो व जानकारी हमारे पीआरओ को भी भिजवाएंगे व मीडिया की भी सहायता ली जाएगी,साथ ही फिलहाल मामले में जांच जारी है।




