न्यूज़ चक्र। कोटपूतली, 29 मार्च 2025. अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई कोटपूतली द्वारा भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी व दीपमाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नववर्ष के महत्व पर व्याख्यान और कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें साहित्यकारों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रांत अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश भार्गव ने भारतीय नव संवत्सर की प्रामाणिकता और वैज्ञानिकता पर विचार प्रस्तुत करते हुए इसे विश्व का सर्वश्रेष्ठ नववर्ष बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय नववर्ष केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।
कार्यक्रम में कवि मुकेश अग्रवाल ने भारतीय नववर्ष के आधुनिक महत्व पर आधारित अपनी रचना प्रस्तुत की। वहीं, कवि गुरुदयाल भारती, महेश जिज्ञासु और युवा कवयित्री नेहा शर्मा ने वीर रस की कविताएं सुनाकर माहौल को ओजस्वी बना दिया। इस अवसर पर जयप्रकाश कोटिया, रजनीकांत, अनीता मिश्रा, अनीता भटनागर, बीना, लाजवंती, नीरू सैनी, प्रमोद गुप्ता, रामनिवास बायला सहित अन्य कवियों ने भी अपनी श्रेष्ठ प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत लाजवंती अग्रवाल और संतोष भार्गव द्वारा प्रस्तुत काव्यात्मक सरस्वती वंदना से हुई, जिससे पूरे वातावरण में भक्ति और साहित्यिक चेतना जागृत हो गई। इसके बाद परिषद गीत राहिल सैनी ने प्रस्तुत किया, जबकि उपाध्यक्ष दुर्गाप्रसाद मिश्रा ने एक भावनात्मक कहानी सुनाकर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
संगोष्ठी और कवि सम्मेलन के उपरांत अग्रसेन तिराहे पर दीपमाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीएसपी राजेंद्र बुरडक ने दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद उपस्थित साहित्यकारों एवं आमजन ने दीप जलाकर भारतीय नववर्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर सभी ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और भारतीय संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लिया।
इस आयोजन में शिव प्रकाश शर्मा, बाबूलाल जाट, योगेन्द्र यादव, देवराज कुमावत, भूपेंद्र सोनी, नवनीत शर्मा, राजेश रावत, रोशन लाल सैनी, नीरू सैनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन महेश स्वामी और राहिल सैनी ने संयुक्त रूप से किया। समापन पर उपाध्यक्ष दुर्गाप्रसाद मिश्रा ने सभी अतिथियों एवं सहभागियों का आभार व्यक्त किया।