
छात्रों को ऑनलाइन ठगी से बचने और डिजिटल सुरक्षा के गुर सिखाए गए
न्यूज़ चक्र/प्रागपुरा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एवं नाबार्ड बैंक के संयुक्त तत्वावधान में आरोह फाउंडेशन द्वारा प्रागपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में वित्तीय साक्षरता एवं साइबर फ्रॉड जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों और वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव के प्रति जागरूक करना था।

कार्यक्रम में थानाधिकारी कश्मीर सिंह ने साइबर अपराधों के विभिन्न स्वरूपों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आजकल फिशिंग कॉल, फेक लिंक, ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया के जरिए ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि किसी भी परिस्थिति में अपना पासवर्ड, पिन, ओटीपी, सीवीवी या यूपीआई पिन किसी के साथ साझा न करें। इसके साथ ही किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक पर क्लिक करने से पहले सतर्क रहें और ऐसी घटनाओं की तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचना दें।

वित्तीय सलाहकार अमित यादव ने वित्तीय साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को सुरक्षित डिजिटल लेनदेन के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में डिजिटल भुगतान के साधन जैसे यूपीआई, नेटबैंकिंग, क्रेडिट कार्ड आदि का उपयोग तेजी से बढ़ा है, लेकिन इनके साथ जोखिम भी उतने ही अधिक हैं। ऐसे में व्यक्ति को वित्तीय रूप से साक्षर होना और जागरूक रहना बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी वित्तीय लेनदेन के समय बैंक प्रतिनिधि या अन्य व्यक्ति पर बिना पुष्टि भरोसा न करें।
कार्यक्रम में यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक नटवर सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। शिविर के अंत में छात्रों ने सवाल-जवाब सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया। आयोजकों ने बताया कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम समाज में डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने और वित्तीय ठगी से बचाव के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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