न्यूज चक्र (रमेशचंद्र) नीमराणा के सिलारपुर गांव में शुक्रवार देर शाम एक दर्दनाक हादसे में फॉल्ट रिस्पॉन्स टीम (एफआरटी) के कर्मचारी कैलाश मेघवाल की करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के बाद से क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।

हादसे की जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच सतीश मुद्गल और सामाजिक कार्यकर्ता कर्मपाल सिंह भोला ने बताया कि कैलाश मेघवाल नीमराणा के मेघवाल मोहल्ला निवासी थे और बीते दस वर्षों से एफआरटी टीम में कार्यरत थे। शुक्रवार को वह सिलारपुर गांव में 11 हजार वोल्ट की लाइन में आई खराबी को सुधारने के लिए पहुंचे थे। विद्युत विभाग द्वारा लाइन के लिए शटडाउन की सूचना दी गई थी, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी या विभागीय समन्वय की कमी के चलते लाइन में अचानक बिजली आ गई।
कैलाश करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों की मांग है कि विद्युत विभाग की लापरवाही को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी व मुआवजा राशी देने की मांग रखी है।
प्रदर्शन में शामिल गणमान्य नागरिक नीमराणा पूर्व सरपंच सतीश मुद्गल सामाजिक कार्यकर्ता कर्मपाल सिंह चौहान, राजस्थान मेघवाल परिषद के जिला अध्यक्ष सुरेश चंद्र रेवाड़िया
पूर्व सरपंच अशोक मुद्गल,एडवोकेट रामनिवास सामरिया,रविंद्र सामरिया, जितेंद्र सामरिया, जोगेंद्र ओला भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश खंडेलवाल,भवानी योगी, अजीत जोशी, हवलदार तेज सिंह, जयपाल थानेदार सहित काफी संख्या में कस्बे के ग्रामीण मौजूद रहे।
पुलिस और विद्युत विभाग की कार्रवाई में पुलिस थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद शव को नीमराणा सीएचसी की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है।
विद्युत विभाग के सहायक अभियंता गजेंद्र यादव का कहना है कि विभाग के द्वारा कोई शटडाउन नहीं दिया गया।