
न्यूज़ चक्र। नीमराना नगर पालिका क्षेत्र के नाघोड़ी गांव में एक मजदूर परिवार ने अपनी बेटी को बेटे के समान दर्जा देने का अनोखा उदाहरण पेश किया है। राकेश प्रजापत और ममता देवी ने अपनी बेटी रेनू की शादी से पूर्व गुरुवार रात्रि को घोड़ी पर बैठाकर पूरे गांव में बिंदोरी निकाली।

रेनू के पिता राकेश प्रजापत नीमराना कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता ममता देवी नरेगा में श्रमिक के रूप में कार्य करती हैं। इस साधारण परिवार ने अपनी बेटी को बेटों की तरह समान दर्जा देने के लिए घोड़ी पर बैठाकर बिंदोरी निकालकर समाज में बड़ा संदेश देने का कार्य किया है।

रेनू ने कहा कि उसके माता-पिता ने उसे बेटे की तरह प्यार किया और बेटे की शादियों में जो रंग-चाव होता है, वह पूरा किया गया। रेनू ने समाज से अपील की कि बेटा-बेटी में भेदभाव न कर दोनों को समान दर्जा देना चाहिए।
साधारण परिवार द्वारा बेटी को घोड़ी पर बैठाकर बिंदोरी निकालने का यह कार्यक्रम गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस अवसर पर गायत्री, सजना, ममता, संतोष, मीरा, माया, लालचंद, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सैन, मनोहर लाल, विकास, मोनू, सुरेंद्र, कृष्ण आदि लोग मौजूद रहे।
रेनू की शादी आज शुक्रवार, 18 अप्रैल को कोटपूतली बहरोड जिले के बानसूर क्षेत्र के खेड़ा श्यामपुरा से दूल्हा राहुल की बारात आने वाली है। इस अनोखे कार्यक्रम ने समाज में बेटा-बेटी की समानता का संदेश देने का कार्य किया है।