पीएम दौरे को लेकर तैयारियां तेज, भाजपा की गुर्जर वोटरों को साधने की तैयारी | Preparations fast for PM’s visit, BJP’s preparation to help Gurjar voters
पीएम मोदी के दौरे को लेकर राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने मंगलवार को मालासेरी डूंगरी में तैयारियों का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को भीलवाड़ा आएंगे। वे मालासेरी डूंगरी में गुर्जर समाज के आराध्य देवनारायण भगवान के 1111वें जन्मोत्सव में शामिल होंगे। इस दौरान वे जनसभा को भी संबोधित करेंगे। पीएम के दौरे को आगामी चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि, राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से एक भी गुर्जर नेता जीत नहीं पाया था। वहीं कांग्रेस से 7 गुर्जर विधायक चुनाव जीते थे। अब भाजपा गुर्जर वोटरों को साधने की तैयारी में लग गई है। ऐसे में पीएम का दौरा काफी अहम रहेगा।
पीएम दौरे की तैयारियों में लगे अधिकारी
पीएम के आने को लेकर मालासेरी में पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही है। मोदी की जनसभा और भगवान देवनारायण जन्मोत्सव में करीब 5 लाख तक जनता आने की संभावना है। जनसभा के लिए पांडाल, हेलीपेड, पार्किंग व्यवस्था, भोजन व्यवस्था और सड़कों को तैयार करने का काम काफी तेजी से चल रहा है। सेंट्रल और स्टेट गर्वमेंट के कई अधिकारी लगातार दौरा कर रहे है। राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने मंगलवार को मोदी दौरे को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान मीडिया से बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को भीलवाड़ा में गुर्जर समाज के आराध्य देवनारायण भगवान के 1111वें जन्मोत्सव में जनसभा को संबोधित करेंगे।
सांसद बोले, मोदी के काम करने का तरीका अलग
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी भगवान का आशीर्वाद लेने आ रहे है। मोदी ने अपने पिछले साढे आठ साल की सरकार में देश में हमारी संस्कृति की पहचान वाली जगहों को डेवलप किया है। उम्मीद है कि अब देवनारायण के आशीर्वाद से यहां भी ऐसा ही परिर्वतन देखने को मिलेगा। सांसद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप मोदी के काम को मास्टर स्ट्रोक कहते है लेकिन मैं इसे उनका काम करने का तरीका कहता हूं।
रिमोट एरिया में विकास की उम्मीद
सांसद ने कहा कि भगवान देवनारायण के करोड़ों भक्त है। यहां के पुजारी जी ने पीएम के पास जाकर यहां आने का अनुरोध किया था। अब आभार है कि वे आ रहे है। उम्मीद है कि, इस रिमोट एरिया में भक्तों की इच्छानुसार डवलेपमेंट होगा। गुर्जर वोटरों को साधने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में जो आप अनुमान लगाते है उससे बेहतर काम मोदी करते है। मोदी के दौरे को लेकर अधिकारी तैयारियों में लगे हुए है।
गुर्जर वोटरों को साधने की कोशिश
पीएम मोदी के इस दौरे को साफ तौर पर राजस्थान में आगामी चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो राजस्थान में भाजपा की टिकट पर गुर्जर समाज का एक भी नेता जीत नहीं पाया था। वहीं कांग्रेस से गुर्जर समाज के 11 नेताओं को टिकट दिया था। इसमें से 7 विधायक चुनाव जीते थे। ऐसे में राजस्थान में गुर्जर वोट बैंक का भाजपा को काफी नुकसान हुआ था। भाजपा इस नुकसान की भरपाई आगामी विधानसभा चुनाव में पूरा करने की तैयारी में है। ऐसे में मोदी के दौरे के कई मायने निकाले जा रहे है।
2018 में कांग्रेस से 7 गुर्जर विधायक जीते थे
राजस्थान में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटों पर गुर्जर समाज के नेताओं को टिकट दिया था। इसमें 7 नेता चुनाव जीते थे। बसपा के टिकट पर जीते जोगिंदर अवाना भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वर्तमान में कांग्रेस के विधायकों में टोंक से सचिन पायलट, बूंदी से अशोका चांदना, बानसूर से शकुंतला रावत, विरारटनगर से इंद्राजसिंह गुर्जर, बांदीकुई से जीआर खटाणा, खेतड़ी से जितेंद्रसिंह, बेगूं से राजेंद्र विधूड़ी व नदबई से जोगिंदर अवाना है।
भाजपा के सभी प्रत्याशी हारे
वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर कोटा साउथ से प्रहलाद गुंजल, मांडल से कालूलाल गुर्जर, डीग से जवाहर सिंह, नगर सीट से अनिता सिंह, गंगापुर सीट से मानसिंह, देवली उनियारा सीट से राजेंद्र गुर्जर, खेतड़ी से दाताराम गुर्जर व बाड़ी से जसवंतसिंह को टिकट दिया गया था। यह सभी उम्मीदवार चुनाव में हार गए थे।
राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने मंगलवार को मोदी दौरे को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान मीडिया से बात की।
राजस्थान में यह है गुर्जर वोट बैंक की गणित
राजस्थान में गुर्जर वोट बैंक की बात करें तो यहां जिलों में गुर्जर वोट बैंक का बाहुल्य है। वहीं 40 विधानसभा सीटें व 12 लोकसभा सीटों पर गुर्जर वोट बैंक अपना प्रभाव रखा है। यहां गुर्जर वोट बैंक से ही प्रत्याशी की हार जीत तय होती है।
प्रदेश में गुर्जर बाहुल्य जिले
प्रदेश में गुर्जर बाहुल्य जिलों में अजमेर, भीलवाड़ा, भरतपुर, जयपुर ग्रामीण, टोंक-सवाई माधोपुर, कोटा, बारां-झालावाड़, धौलपुर-करौली, दौसा, झूंझुनूं और अलवर संसदीय सीट शामिल है।
विधानसभावार स्थिति
- अजमेर – यहां नसीराबाद, किशनगढ़, पुष्कर विधानसभा सीटों पर गुर्जरों का खासा प्रभाव है।
- अलवर – थानागाजी व बानसूर गुर्जर बाहुल्य सीटें हैं।
- धौलपुर व करौली – बसेड़ी (एससी), बाड़ी, टोडाभीम व सपोटरा सीट है।
- भरतपुर – नगर, कामा, बयाना गुर्जर बाहुल्य सीटें हैं।
- जयपुर ग्रामीण- कोटपूतली, विराटनगर, जमवारामगढ़, दूदू में भी गुर्जर वोटर बड़ी तादाद में हैं। इनमें कोटपूतली गुर्जर बाहुल्य सीट है।
- टोंक-सवाई माधोपुर – निवाई, टोंक,मालपुरा, देवली उनियारा, सवाईमाधोपुर, खंडार, गंगापुर में गुर्जरों का प्रभाव है। निवाई में सबसे ज्यादा गुर्जर मतदाता हैं।
- कोटा-बूंदी- केशोरायपाटन (एससी), पीपल्दा व हिंडौली गुर्जर प्रभाव वाली सीटें हैं।
- बारां-झालावाड़ – खानपुर, मनोहरथाना में बड़ी संख्या में गुर्जर मतदाता हैं।
- दौसा – बांदीकुई, महवा, सिकराय, दौसा, लालसोट में गुर्जर बड़ा वोट बैंक है।
- झूंझुनूं- यहां खेतड़ी गुर्जरों डॉमिनेटिंग सीट है।
- भीलवाड़ा- यहां की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर गुर्जरों का असर है। आसींद, जहाजपुर, मांडल, सहाड़ा, शाहपुरा ( एससी), मांडलगढ़ पर गुर्जर मतदाता का प्रभाव है।