
न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय स्वच्छता सेवा दल के राष्ट्रीय सचिव प्रवीण कुमार बंसल के जन्मदिवस के अवसर पर कोटपूतली में एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 138 रक्तदाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर मानव सेवा में भागीदारी निभाई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अवध बिहारी मंदिर के महंत एवं महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री बालेश्वर दास जी महाराज रहे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए रक्तदान को “मानव सेवा का सर्वोत्तम मार्ग” बताया और सभी से इस पुनीत कार्य में निरंतर भाग लेने की अपील की।

समाजसेवी अशोक बंसल ने रक्तदान को धर्म का सबसे बड़ा कार्य बताते हुए कहा कि “एक यूनिट रक्त किसी की जान बचाने का माध्यम बन सकता है और समाज में सेवा भावना को मजबूती देता है।”
भाजपा नेता मुकेश गोयल ने बताया कि समाज में अब रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। यह एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जो जरूरतमंद रोगियों—जैसे दुर्घटना के शिकार, ऑपरेशन के लिए या अत्यधिक रक्त की कमी वाले मरीजों के लिए जीवनदायी बनती है। उन्होंने बताया कि “पिछले 10 वर्षों से रक्तमणि अभियान के जरिए हजारों लोगों की जान बचाई गई है।”

इस अवसर पर कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता कैलाश टेलर, बगुला स्वामी, जनार्दन पटवारी, एडवोकेट बजरंग लाल शर्मा, डॉ. के.एम. गुप्ता, डॉ. अश्विनी गोयल, सहित पत्रकार, चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, छात्र और स्वयंसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री एडवोकेट सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि मानव जीवन की रक्षा करना सबसे बड़ा धर्म है। रक्तदान एक ऐसी सेवा है जो निस्वार्थ भाव से की जाती है और किसी की जिंदगी के लिए उम्मीद बन सकती है।” उन्होंने युवाओं से समय-समय पर रक्तदान करने की अपील की।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार बंसल ने स्वयं अपना 40वां रक्तदान कर उपस्थित जनों के सामने एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी इस सेवा भावना की सभी ने प्रशंसा की और हृदय से साधुवाद प्रकट किया।
टीम स्वच्छता सेवा दल से केशव बंसल, अशोक शर्मा, नीरज अग्रवाल, निलेश शर्मा, लक्ष्मण प्रजापति, प्रमोद सैनी गुरूजी, कमलेश प्रजापति, दयाराम कुमावत, गिरवर शर्मा, दिनेश यादव, पराग गुप्ता, सहित कई कार्यकर्ताओं ने शिविर को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के अंत में सभी रक्तदाताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मानवता के इस पुण्य कार्य में भविष्य में भी भागीदारी की प्रेरणा दी गई।