आयुर्वेद दिवस पर पल्स हॉस्पिटल कोटपूतली की अभिनव पहल
न्यूज़ चक्र, कोटपूतली, 23 सितम्बर। आयुर्वेद दिवस के अवसर पर मंगलवार प्रातः पुलिस लाइन कोटपूतली-बहरोड़ में स्वास्थ्य, योग और आयुर्वेद के समन्वय से भरा विशेष कार्यक्रम ‘रक्षक–स्वास्थ्य संवाद’ आयोजित हुआ। प्रातः 6 से 8 बजे तक चले इस आयोजन में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने योगाभ्यास किया, आयुर्वेद की मूल बातें जानी और आधुनिक व पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के संतुलन पर विचार साझा किए।

कार्यक्रम का संयोजन पल्स आयुर्वेदा एंड वेलनेस सेंटर एवं जिला पुलिस टीम के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. महेंद्र सिंह पलसानिया एवं पुलिस उप अधीक्षक राजेंद्र बुरडक मंचासीन रहे।

पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि “आयुर्वेद केवल उपचार नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक संपूर्ण पद्धति है।” उन्होंने पुलिसकर्मियों को आयुर्वेदिक जीवनशैली को अपनाने का आह्वान किया।
योगाचार्य रजत कुमार ने उपस्थित जवानों को योग एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाते हुए तनाव मुक्ति और मानसिक एकाग्रता बढ़ाने के सरल उपाय बताए। वहीं, वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. बी.के. शेखावत ने त्रिदोष सिद्धांत (वात, पित्त और कफ) पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए दिनचर्या और आहार-विहार को स्वास्थ्य की कुंजी बताया।

अंत में, हॉस्पिटल निदेशक डॉ. महेंद्र सिंह पलसानिया ने इंटीग्रेटेड ट्रीटमेंट प्रणाली पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा का समन्वय ही रोगियों को संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान कर सकता है। उन्होंने आयुर्वेद दिवस की थीम “आयुर्वेद जन-धन के लिए, पृथ्वी कल्याण के लिए” पर बोलते हुए बताया कि आयुर्वेद केवल शरीर ही नहीं, बल्कि प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण का भी मार्ग दिखाता है।

कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों और जवानों ने योग और आयुर्वेद को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों सहित आम नागरिकों में स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की जागरूकता बढ़ाना और आयुर्वेद को आधुनिक जीवन में व्यवहारिक बनाना रहा।