बहरोड़ (न्यूज चक्र)। राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा में नव क्रमोन्नत बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय का उद्देश्य अब सार्थक सिद्ध हो रहा है। गाय, भैंस, कुत्ते, बकरी, बिल्ली आदि पालतू जानवरों को दिखाने की लाइन सुबह से ही पशु चिकित्सालय में लग जाती है जिसका मुख्य कारण यहाँ पर कार्यरत पशु चिकित्सा सहायक से लेकर पशु चिकित्सक तक लगन भाव से कार्य करते हैं और जानवरों की बीमारी का हर संभव इलाज करने का प्रयास भी करते हैं।

चिकित्सालय में जिले की प्रथम सफल ऑर्थोथोपेडिक सर्जरी हुई संपादित
“आज संस्था की एवं जिले की प्रथम सफल ऑर्थोथोपेडिक सर्जरी डॉ. विजय मंडोवरा, डॉ. बीजल यादव, डॉ. अर्चना श्रृंगी, सुरेश सिंघाडिया एवं इंटर्न डॉ. वीर सिंह की टीम द्वारा संसाधनों को स्वयं के स्तर पर मैनेज कर की गयी। संस्था में जनवरी में स्टाफ के पदस्थापन उपरान्त जानवरों की करीब 80 बड़ी और छोटी सर्जरी संपादित करने के साथ साथ 10 हजार से अधिक पशुओं का उपचार भी संस्था द्वारा किया गया है।” – डॉ. राजेश यादव, उपनिदेशक, पशु चिकित्सालय
इस सर्जरी के बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी एवं संस्था के स्मॉल एनिमल वार्ड प्रभारी डॉ. विजय मंडोवरा ने बताया कि स्मॉल एनिमल्स की ऑर्थोपेडिक सर्जरी क्षेत्र में पहली बार हुई है। अभी तक दुर्घटना ग्रस्त जानवरों को पशु पालकों को ऑर्थोपेडिक सर्जरी हेतु अपने पशुओं को गुरुग्राम या जयपुर निजी पशु चिकित्सा केंद्रों पर ले जाना पड़ता था जिसमें लोगों पर काफी आर्थिक भार एवं समय खराब होता था। एक्सीडेंटल ट्रौमा के केस में स्ट्रीट डॉग्स की असामयिक मृत्यु भी हो जाती थी। पशु प्रेमियों द्वारा लंबे समय से हमसे अनुरोध किया जा रहा था इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार की मंशा को ध्यान में रखकर स्वयं के स्तर पर आज यह ऑर्थोथोपेडिक सर्जरी संपादित की गई। केंद्र एवं राज्य सरकार की मंशा अनुसार स्ट्रीट डॉग्स प्रेमियों के आग्रह पर पशुओं के नसबंदी ऑपरेशन भी लगातार यहां किए जा रहे हैं। संस्थान को स्पेशलिटी सेंटर बनाने हेतु सोनोग्राफी मशीन,एक्स रे मशीन, ब्लड एवं बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर उपकरणों को संस्था को उपलब्ध करवाने हेतु विभाग एवं शासन को पत्र भी लिखा गया है।