न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। विकास वर्मा। कोटपूतली थाना क्षेत्र के अंतर्गत राजनोता नदी के पास आज फिर एक 7 माह का भ्रूण मिला है। सप्ताह भर के भीतर कोटपूतली क्षेत्र में मिलने वाला यह तीसरा भ्रूण है। इससे पहले 7 जनवरी को कोटपूतली सब्जी मंडी के समीप पांच- पांच माह के 2 भ्रूण मिल चुके हैं। यह कोटपूतली चिकित्सा क्षेत्र पर सवालिया निशान है जिसकी प्रशासनिक जांच होना बेहद जरूरी है। पढ़िए खबर विस्तार से…
कोटपूतली से दादूका- राजनोता जाने वाले रास्ते पर ग्रामीणों ने राजनोता नदी के समीप झाड़ियों में नवजात पड़ा होने की सूचना कोटपूतली थाने को दी। सूचना पर कोटपूतली थाने से मौके पर पहुंचे एएसआई शक्ति सिंह ने बताया कि भ्रूण लगभग 7 माह का था, जिसे कोटपुतली बीडीएम अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया है। भ्रूण मौके पर ही मृत अवस्था में था। रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
सवाल- क्या चल रहा है लिंग परीक्षण का धंधा ?
कोटपूतली क्षेत्र में मिल रहे एक के बाद एक भ्रूण चिकित्सा क्षेत्र पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। आपको बता दें कि अब तक मिले तीनों ही भ्रूण लड़कों के हैं। जिससे इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि लिंग परीक्षण में लड़की का संदेह होने पर जानबूझकर ममता का गला घोंटा जा रहा हो ! पूरी- पूरी संभावना है कि लड़कों की चाह रखने वाले गलतफहमी में लड़कों को ही कचरे के ढ़ेर में फेंक रहे हैं! यह सवाल तो अब आमजन भी पूछने लगा है और शहर की गैर सरकारी अस्पतालों की साख दांव पर है।