महिला शिक्षा को नई उड़ान: 64 मेधावी छात्राओं को मिली स्कूटी, आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ाया कदम
न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। महिला शिक्षा किसी भी समाज की प्रगति का आधार होती है। जब एक लड़की शिक्षित होती है, तो वह सिर्फ खुद को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को आगे बढ़ाने का काम करती है। इसी सोच को साकार करने के लिए देवनारायण एवं कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी वितरण समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह राजकीय एल.बी.एस. पी.जी. महाविद्यालय, कोटपूतली में संपन्न हुआ, जहां मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि राधा देवी पटेल की उपस्थिति में 64 मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की गई।

महिला शिक्षा: आर्थिक स्वावलंबन की राह
मुख्य अतिथि राधा देवी पटेल ने इस अवसर पर कहा कि महिला शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक स्वावलंबन की कुंजी भी है। जब महिलाएँ शिक्षित होंगी, तो वे आत्मनिर्भर बनेंगी और समाज में अपना योगदान दे सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि एक शिक्षित महिला दो परिवारों को संवारती है। एक अपने माता-पिता का और दूसरा अपने ससुराल का। इस योजना से छात्राएँ आत्मनिर्भर बनेंगी और अपने सपनों को उड़ान दे पाएँगी।
महिला सशक्तिकरण का नया आयाम
समारोह में विशिष्ट अतिथि कमलेश गुर्जर ने भी अपनी प्रेरणादायक बातों से छात्राओं का हौसला बढ़ाया। उन्होंने घोषणा की कि यदि किसी छात्रा का आईएएस में चयन होता है तो उसे ₹21,000 नकद पुरस्कार और आईपीएस में चयन होने पर ₹11,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उनका मानना है कि आज के दौर में महिला शिक्षा सबसे बड़ी जरूरत है।

स्कूटी योजना: सशक्त भारत की ओर कदम
समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. आर. के. सिंह ने कहा कि यह योजना महिला सशक्तीकरण के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने छात्राओं को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की सलाह दी, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें।
स्कूटी प्रभारी डॉ. राकेश कुमार यादव ने बताया कि सत्र 2023-24 के अंतर्गत कुल 1450 स्कूटी में से 525 स्कूटी वितरित की जा चुकी हैं और इस कार्यक्रम के तहत 64 छात्राओं को स्कूटी प्रदान की गई। उन्होंने आगे बताया कि 25 मार्च को जिला स्तरीय स्कूटी वितरण और 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
भावनात्मक छवि: सपनों को मिले पंख
जब छात्राओं ने अपनी स्कूटी प्राप्त की, तो उनकी आँखों में आत्मनिर्भरता की चमक और हौसले की उड़ान साफ झलक रही थी। इस योजना ने न केवल उनकी शिक्षा के सफर को आसान बनाया है, बल्कि उन्हें अपने भविष्य के प्रति और भी आशावान बना दिया है। उनके माता-पिता की आँखों में गर्व था, क्योंकि उनकी बेटियाँ अब शिक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भरता की ओर भी कदम बढ़ा रही हैं।
समाज को संदेश: बेटियों को दीजिए आगे बढ़ने का अवसर
समारोह में मौजूद अतिथियों और प्रबुद्धजनों ने एक ही संदेश दिया, यदि हम बेटियों को शिक्षा के साथ अवसर देंगे, तो वे निश्चित रूप से समाज और देश को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँगी।
इस आयोजन में स्कूटी समिति के सदस्य, महाविद्यालय के संकाय सदस्य, लाभान्वित छात्राएँ एवं उनके परिजन उपस्थित रहे। समारोह का संचालन अशोक सिंह ने किया, जबकि अनुभा गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।