न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। कस्बे में स्थित जिला स्तरीय राजकीय बीड़ीएम चिकित्सालय में पीएमओ के पद को लेकर रस्साकशी का ‘खेल’ चल रहा है और अब मामला कोर्ट तक पहुंच गया है। इस बीच जहां जिला स्तरीय अस्पताल में डॉक्टरो की आपसी गुटबाजी सामने आई है वहीं जनता भी दो पाटों के बीच पीसने लगी है।
आपको बता दें कि अस्पताल की एक्स रे मशीन पिछले कई दिनों से ताले में बंद है, कारण की एक्स-रे के लिए काम में ली जाने वाली रील खत्म हो चुकी है। बजट की दरकार है लेकिन बजट जारी करने के लिए पीएमओ को वित्तिय स्वीकृति का अधिकार चाहीए, लेकिन वर्तमान में यह अधिकार दोनो में से किस के पास है कोई नही जानता है।
चिकित्सकों का अटका वेतन, चिकित्सा में कैसे लगे मन
पीएमओ पद की आपसी तनातनी के चलते न केवल अस्पताल के वित्तीय मामले अटक गए हैं। यहां तक कि अस्पताल स्टाफ व डॉक्टरों की तनख्वाह भी अटकी पड़ी है। जिसको लेकर अब डॉक्टरो में भी गुटबाजी सामने आने लगी है। राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल के समस्त चिकित्सक स्टाफ ने अस्पताल के पीएमओ को माह फरवरी 2021 का वेतन जारी करवाने के क्रम में पत्र सौंपा है। चिकित्सकों ने पत्र में लिखा है कि अगर समय पर टैक्स और वेतन जमा नहीं होता है तो इसकी जिम्मेदारी अस्पताल पीएमओ की होगी और डॉक्टर कार्य बहिष्कार करने के लिए मजबूर होंगे।
वहीं इस मामले में जब अस्पताल के वर्तमान पीएमओ डॉ. चैतन्य रावत से जानकारी चाही गई तो उन्होंने इसे अपना अंदरूनी मामला बताकर मिडिया को दूर रहने की सलाह दे डाली।
सुविधाओं पर ताले, मरीज परेशान
जिला अस्पताल में पिछले कई दिनों से एक्सरे मशीन बंद होने के कारण मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि दोगुने दाम देकर के अस्पताल से बाहर इलाज लेना पड़ रहा है। इस बीच अस्पताल में लपके भी पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं, लेकिन अस्पताल के जिम्मेदारो को कुर्सी की लड़ाई से फुर्सत नही है।
क्या है पूरा मामला
डा. चैतन्य रावत बीडीएम जिला अस्पताल में पीएमओ पद पर कार्यरत थे। जनवरी माह में डा. रावत का स्थानांतरण राजसंमद हो जाने के बाद डा. अश्विन गोयल को पीएमओ बनाया गया। इसी अवधि मे डा.रावत ने इस मामले पर कोर्ट से स्टे लेकर फिर से अस्पताल पीएमओ का कार्यभार ग्रहण कर लिया और इस बीच स्टॉफ की तनख्वाह के मामले पर डा. गोयल को किसी प्रकार की वित्तिय स्वीकृति नही जारी करने का हवाला देते हुए कानूनी नोटिस थमा दिया। इसके लिए उच्च स्तर पर अवगत करवाया गया है, लेकिन वित्तिय स्वीकृति का अधिकार किस के पास है यह अभी तक स्पष्ट नही है।
पीएमओ पद को लेकर कोई असंजस नही है,फिलहाल मैं ही पीएमओ हूं, एक्सरे मशीन की समस्या एक दो दिन में सुलझा ली जाएगी।
– डा.चैतन्य रावत,पीएमओ, बीडीएम जिला चिकित्सालय कोटपूतली
वर्तमान में वित्तिय स्वीकृति को लेकर स्थिति स्पष्ट नही है, उच्च अधिकारियों को इस पूरे मामले से अवगत करवाया गया है, वहां से अभी तक कोई आदेश प्राप्त नही हुआ है, मैने जनवरी माह में स्टॉफ की सैलरी जारी कर दी जिसको लेकर डा.चैतन्य रावत ने मुझे कानूनी नोटिस दिया था, तो इस बार अस्पताल कर्मचारियों की सैलरी जारी नही हो पाई है तथा आगे अभी विभागीय निर्देश नही मिले है।
-डा.अश्वनी गोयल, पूर्व पीएमओ, बीडीएम चिकित्सालय, कोटपूतली