न्यूज चक्र। कोटपूतली- बहरोड़ को जिला बनाने की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री गहलोत आज पहली बार क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री ने कस्बे के राजकीय एलबीएस पीजी कॉलेज में धन्यवाद जनसभा को संबोधित किया। कोटपूतली कस्बे में स्थित राजकीय एलबीएस महाविद्यालय में निर्मित हेलीपैड पर 4:15 पर मुख्यमंत्री पहुंचे। हेलीकॉप्टर लैंड करने के कुछ देर बाद ही तेज अंधड व बूंदाबांदी शुरू हो गई। कुछ देर के लिए मुख्यमंत्री को सेफ हाउस में रुकना पड़ा। 15 मिनट के व्यवधान के पश्चात सीएम ने सड़क मार्ग द्वारा राजकीय पाना देवी कन्या महाविद्यालय पहुंचकर महात्मा ज्योतिबा फुले की मूर्ति का अनावरण किया। इसके बाद राजकीय एलबीएस महाविद्यालय में लगाए गए महंगाई राहत कैंप में पहुंचकर अवलोकन करते हुए लाभार्थियों से बातचीत की।


वर्षों पुरानी मांग पर कोटपुतली को जिला बनाने पर धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए कोटपूतली क्षेत्र समेत विराटनगर, बानसूर व आसपास के गांव से पहुंचे ग्रामीणों के जन समूह को सीएम ने संबोधित किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, कैबिनेट मंत्री लालचन्द कटारिया व विधायक इन्द्राज गुर्जर, संदीप यादव समेत कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया। गोविंद सिंह डोटासरा, सुखजिंदर सिंह रंधावा व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कोटपूतली भाग्यशाली है कि जिला घोषणा से पूर्व ही यहाँ जिला स्तरीय कई सौगातें मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा दी गई।
कार्यक्रम के अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 101 किलो की माला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। करीब 5:50 पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हेलिकॉप्टर से जयपुर के लिए रवाना हो गए।
प्रवेश द्वार पर महिलाओं के उतरवा दिए काली चुन्नी व दुपट्टे

सीएम की सभा में शामिल होने के लिए बसों में भरकर महिलाएं दूरदराज से आई थी। लेकिन महिलाएं जैसे ही प्रवेश द्वार पर पहुंच रही थी तो गले में काली चुन्नी या दुपट्टा होने पर पुलिसकर्मियों द्वारा रोक दिया जा रहा था। इतना ही नहीं, हाथ में अगर काली चुन्नी या बैग भी हैं तो भी किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। जिसके कारण बहुत सी महिलाओं को निराश होकर वापस जाना पड़ा।
खराब मौसम से हुआ व्यवधान, बारिश से बचने के लिए लोगों ने सर पर उठाई कुर्सियां

सीएम के आगमन के साथ ही मौसम में भी तगड़ा बदलाव देखने को मिला। एकाएक आए अंधड़ ने प्रशासन की सांसे ऊपर नीचे कर दी। अधिकारी व कर्मचारी अंधड़ के बीच व्यवस्थाएं संभालते नजर आए। दूसरी ओर अंधड़ के बाद आई बारिश से बचने के लिए लोगों ने कुर्सियां उठाकर सर पर रख ली। व्यवस्था में जुटे सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने किसी तरह व्यवस्थाओं को संभाला। एसडीएम सूर्यकांत शर्मा, तहसीलदार अभिषेक सिंह, नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह मीणा व एएसपी विधा प्रकाश व्यवस्था की मॉनिटरिंग करते व दौड़ते नजर आए। सीएम के जाने के बाद समूचे प्रशासन ने राहत की सांस ली।
Discover more from News Chakra
Subscribe to get the latest posts sent to your email.