छाया घना कोहरा, थानाधिकारी ने लोगों से की यह अपील!

छाया घना कोहरा, थानाधिकारी ने लोगों से की यह अपील!

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News Chakra . Kotputli News. बीती रात से सड़कों पर घना कोहरा छाया हुआ है। कोटपूतली व आसपास का क्षेत्र कोहरे के आगोश में है। आज की सुबह भी घने कोहरे से ढ़की हुई है। नेशनल हाइवे सहित छोटी- छोटी गलियों में भी वाहन रेंग-रेंगकर चलने को मजबूर हैं। कोहरे के साथ ओस की बूंदों ने दुपहिया वाहन चालकों की मुश्किलें भी बढ़ा दी है। ऐसे में कोटपूतली थानाधिकारी सवाईसिंह ने आमजन व वाहनों चालकों से यह अपील की है, पढ़िए…

छाया घना कोहरा, थानाधिकारी ने लोगों से की यह अपील!

घना कोहरा /धुँध के मौसम में वाहन चालकों को दिशा निर्देश –

  1. गाड़ी धीरे चलाएँ , बेवजह ओवरटेक न करें
  2. घना कोहरा है तो गाड़ी चलाते समय दिन में भी पार्किंग लाईट जलाकर चलें ताकि दूसरे वाहन चालकों को आपकी कार दिख सके।
  3. वाहन चलाते समय फोग लाईट का इस्तेमाल करें
  4. अतिआवश्यक कार्य के लिए ही सफ़र पर जायें
  5. रात्रि को और सुबह सवेरे जल्दी सफ़र पर न निकलें
  6. सामने वाली गाड़ी से आवश्यक दूरी बनाकर चलें
  7. हाइवे पर सड़क किनारे पट्टी का ध्यान रख कर चलें
  8. रियर व्यू मिरर पर ध्यान दें
  9. सभी यात्री सीट बेल्ट अवश्य लगायें
  10. लिंक रोड्स से आने वाली गाड़ियों पर ध्यान देकर बचाव करें
  11. फ़्लाइओवर, हाईवे पर गाड़ी कभी न रोकें
  12. मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। बाहर की आवाज सुनने के लिए शीशा थोड़ा नीचे रखें।
  13. लो बीम पर रखें लाइट। कोहरे में गाड़ी ड्राइविंग करते समय हेडलैम्प्स को हाई बीम पर न रखें, इससे कोहरे में रोशनी फैल जाती है और सामने कुछ नजर नहीं आता।
  14. ऐसे कपडे पहने जिनसे लाइट रिफ्लेक्ट करे। रिफ्लेक्टिव जैकेट का यूज करे।

आपको बता दें कि कोहरे के चलते आए दिन दुर्घटनाऐं देखने को मिल रही हैं। अक्सर हाइवे किनारे खड़े होने वाले वाहनों के कारण बड़ा हादसा होता है। कोहरे के कारण वाहन चालक आगे चल रहे वाहन को अच्छे से देख नहीं पाता और हादसे का शिकार हो जाता है।

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कोटपूतली में पूतली कट व बानसूर मोड़ है जानलेवा

कोटपूतली में वर्षों से नेशनल हाइवे पर पूतली कट व बानसूर मोड़ पर पुलिया निर्माण की मांग उठती रही है। यहां तक कि बानसूर मोड़ पर पुलिया निर्माण के लिए बनी संघर्ष समिति ने लगातार 44 दिनों तक धरना प्रदर्शन भी किया था। लेकिन अभी तक इन दोनों ही जानलेवा स्थानों पर ना पुलिया निर्माण किया गया है और ना ही यातायात कर्मियों की पुख्ता व्यवस्था रहती है। यहां वर्ष 2008 के बाद से अब तक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सर्दियों के मौसम में घना कोहरा होता है तो यहां हादसे की संभावनाऐं बढ़ जाती है।

क्षेत्र में पूतली कट से सांगटेड़ा तक अत्यधिक सावधानी से चलें वाहन चालक

अगर आप दिल्ली- जयपुर नेशनल हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो कोटपूतली में पूतली कट से सांगटेड़ा तक आपको सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी जाती है। यहां पूतली कट पर जहां एक तरफ बीडीएम अस्पताल से रॉग साइड आने वाले वाहनों की आवजाही रहती है तो वहीं कोटपूतली के रायल कट व सांगटेड़ा चौराहे पर वाहनों की ब्लाइन्ड क्रांसिग रहती है। इन दिनों सबसे ज्यादा दुर्घटनाऐं पूतली कट व रायल कट पर देखी जा रही हैं।

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घना कोहरा: किसानों के लिए भी चुनौती

वैसे यह समय किसानों के गेहूं, मटर, आलू मुख्य फसलों का है। इन फसलों पर शीतलहर का असर पड़ता है। मौसम के कारण झुलसा रोग भी हो जाता है। किसानों को फसलों पर दवाओं का छिड़काव करना चाहिए।
अगर मौसम खराब हो रहा है तो गेहूं के खेतों की सिंचाई कर देनी चाहिए। हल्की सिंचाई करने से मौसम का प्रभाव इन फसलों पर नहीं पड़ता।
पशुपालन के हिसाब से बताया कि पशुओं को छायादार स्थान पर ही बांधना चाहिए। उन्हें जहां बांधा जाय वहां धुआं कर देना चाहिए और पशुओं को जूट के बारों से ढक देना चाहिए। ताकि उन पशुओं पर मौसम का कम प्रभाव पड़े।

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