Seven out of 25 Kabaddi Mahakhel players selected for training in Gujarat

Rajashtan: कबड्डी महाखेल के 25 खिलाड़ियों का प्रशिक्षण पूरा, चयनित सात खिलाड़ियों का गुजरात में होगा प्रशिक्षण

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Rajashtan: कबड्डी महाखेल के खिलाड़ी

News Chakra. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के संरक्षण में हुए जयपुर महाखेल कबड्डी के सफल आयोजन के बाद चुने गए 25 खिलाड़ियों का पूर्णिमा यूनीवर्सिटी में चल रहा प्रशिक्षण पूर्ण हुआ। प्रशिक्षण के दौरान इनमें से सात कबड्डी खिलाड़ी अजय ढाका, लोकेश घौसल्या, कानाराम चौधरी, जसवंत यादव, प्रवीण चौधरी, नितेश चौधरी और माईकल चौधरी का चयन हुआ।

Rajashtan के इन सात खिलाड़ियों को 6 से 11 अप्रैल तक गांधीनगर (गुजरात) स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया सेन्टर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान श्रेष्ठ खिलाड़ियों को नेशलन सेंटर फॉर एक्सीलेंस के लिए चुना जाएगा, जहां से प्रशिक्षण के बाद खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी खेलने का अवसर प्राप्त होंगे। चुने हुए खिलाड़ियों ने सांसद कर्नल राज्यवर्धन का आभार व्यक्त किया।

गौरतलब है कि इस वर्ष जयपुर ग्रामीण लोकसभा में 12 जनवरी से पांच फरवरी तक जयपुर महाखेल (सांसद खेल स्पर्धा) का आयोजन हुआ। इसमें जयपुर ग्रामीण की आठ विधानसभाओं में 32 खेल मैदानों पर 512 पुरुष और 128 महिला कबड्डी टीमों ने भाग लिया। सांसद खेल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में पांच फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअली जुड़कर मैच देखा और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया था।

जयपुर महाखेल से चुने गए 25 खिलाड़ियों को स्पोर्टस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कोचों द्वारा 20 मार्च से 14 दिन का निःशुल्क प्रशिक्षण पूर्णिमा यूनीवर्सिटी, जयपुर में दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान नेशनल सलेक्शन कमेटी दिल्ली द्वारा इन खिलाड़ियों में से श्रेष्ठ सात खिलाड़ियों का चयन किया गया, जिन्हें नेशनल सेन्टर फॉर एक्सीलेंस द्वारा आगे की ट्रेनिंग दी जाएगी।

मोदी का कार्यकाल खेल और खिलाड़ियों के विकास का स्वर्णिम काल

राज्यवर्धन ने प्रशिक्षण के लिए चयनित खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवओं के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं। उनका लक्ष्य है कि देश के युवाओं को हर क्षेत्र में आगे आने का अवसर मिलें। युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए उन्होंने खेलों को बढ़ावा दिया और कहा जो खेलेगा वो खिलेगा। मोदी का कार्यकाल खेल और खिलाड़ियों के विकास का स्वर्णिम काल है। प्रधानमंत्री मोदी के समावेशी नेतृत्व के कारण आज खिलाड़ियों को सुविधाएं और सम्मान मिल रहा है।

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