कोटपूतली पुलिया निर्माण के इंजीनियरों की ‘इंटेलिजेंसी’ का खामियाजा भुगत रहा कोटपूतली
न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। 2 दिन पहले कोटपूतली के राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल के बाहर सर्विस लाइन पर एक 5 साल के मासूम की मौत का समाचार आपने अखबारों में जरूर पढ़ा होगा। आज उसी मासूम की दुर्घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
दुर्घटना देखकर आपका मन विचलित जरूर हो सकता है, लेकिन यह वीडियो देखना इसलिए आवश्यक है क्योंकि इसमें लापरवाही छुपी हुई है। ऐसी लापरवाही जो आप और हम अक्सर करते रहते हैं। बच्चों को वाहन की सीट पर अकेला छोड़ना कितना दुखदाई हो सकता है यह आप इस वीडियो में देखें। फिर चाहे वाहन दुपहिया हो या चौपहिया। इस दुर्घटना में जहां एक तरफ परिजनों की लापरवाही है, वहीं दूसरी ओर एनएचएआई व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही का भी जिंदा सबूत है यह वीडियो।
पुलिया निर्माण के दौरान बरती गई विसंगतियों का दंश हर दिन कोटपुतली वासियों को झेलना पड़ रहा है। एनएचएआई के इंटेलिजेंट इंजीनियरों ने कोटपुतली पुलिया का निर्माण इस तरह से किया है कि अब तक सैकड़ों परिवार किसी न किसी अपने को खो चुके हैं।
गौरतलब है कि राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा मरीज व उनके परिजनों का आवागमन होता है। बावजूद इसके पुलिया निर्माण कंपनी के इंजीनियरों के द्वारा यहां अंडरपास तक नहीं छोड़ा गया। मरीज चाहे एंबुलेंस में हो या निजी वाहन में, हाईवे पर अस्पताल के सामने से दो किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाने के बाद ही अस्पताल तक पहुंच पाता है। इतना सब होने के बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी ‘लापरवाही’ को दर्शाती है।
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