न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत के मंगलवार को कोटपूतली दौरे के दौरान उस समय विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब कुछ ग्रामीणों और कोटपूतली जिला अभिभाषक संघ के प्रतिनिधियों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई। प्रशासनिक बेरुखी से नाराज़ ग्रामीणों व अधिवक्ताओं ने विरोध में कलेक्ट्रेट कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।

डीजे कोर्ट की स्थापना की मांग को लेकर कोटपूतली जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष उदय सिंह तंवर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल दोपहर तीन बजे मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपने पहुंचा था। इस दौरान कुछ ग्रामीण भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पहुंचे थे। प्रशासन द्वारा उन्हें एक अलग कक्ष में बैठा दिया गया और दो घंटे से अधिक इंतजार के बावजूद जब मुलाकात नहीं हो सकी, तो उन्हें सूचना मिली कि सीएस सुधांश पंत बिना मिले ही जयपुर लौट गए हैं।

यह सुनते ही प्रदर्शनकारियों में आक्रोश फैल गया। शाम करीब 5 बजे उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों और अभिभाषकों ने कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।

सूत्रों के अनुसार, इस घटनाक्रम के दौरान जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत, एडीएम ओमप्रकाश, एएसपी वैभव शर्मा, एसडीएम कोटपूतली सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी कार्यालय के अंदर मौजूद थे और बाहर नहीं निकल सके।
करीब तीन घंटे चले इस गतिरोध के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर स्थिति को शांत कराया। रात 8 बजे के आसपास प्रदर्शनकारियों ने ताला हटाया और गेट खोला।
इस घटनाक्रम ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता की गंभीरता को उजागर कर दिया है। वहीं, अभिभाषक संघ और ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों की अनदेखी की गई, तो वे आगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।