• भरतपुर शराब दुखांतिका से राज्य सरकार गंभीर, पुलिस को दिए सख्त कार्यवाही के निर्देश
  • प्रदेश में आज से शुरू हुआ 15 दिवसीय अभियान, धरपकड़ शुरू

न्यूज चक्र, कोटपूतली। विकास वर्मा। भरतपुर जिले में रूपवास थाने के गांव चक सामरी में जहरीली शराब दुखांतिका के बाद जयपुर ग्रामीण पुलिस भी हरकत में आ गई है। कोटपूतली एएसपी रामकुमार कस्वां व डीवाईएसपी दिनेश यादव के निर्देशन में कोटपूतली, पनियाला, सरूण्ड, प्रागपुरा व शाहपुरा पुलिस दिनभर अपने-अपने थाना इलाके के गांवों में अवैध शराब की भट्टिया तलाशती रही। इस दौरान पुलिस ने कार्रवाही करते हुए 2300 हजार लीटर वाश नष्ट की है।

जानकारी देते हुए पनियाला थाना प्रभारी इंद्राज सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के करवास गांव में अवैध व हथकढ़ शराब बनाने की जानकारी मिली थी। जहां दबिश दी गई तो एक महिला तारादेवी कंजर एक प्लास्टिक की पीपी में 4 लीटर अवैध हथकढ़ शराब लेकर बैठी थी, लेकिन पुलिस को देखते ही फरार होने में कामयाब हो गई। पुलिस ने महिला की प्लास्टिक की पीपी जिसमें 4 लीटर अवैध हथकढ़ शराब थी, जब्त कर ली है, साथ महिला के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी ने बताया कि यहां तलाशी ली गई तो कंजर बस्ती में करीब 2 हजार लीटर वाश मटकों में भरी हुई मिली, जिन्हें मौके पर ही तोड़ दिया गया है।

Illegal and handicapped liquor bases

वहीं प्रागपुरा थानाधिकारी बृजेश ज्योति उपाध्याय, आईपीएस (प्र.) ने बताया कि मीणों की ढ़ाणी, मण्ढ़ा में कार्रवाही करते हुए प्रागपुरा पुलिस की टीम ने 300 लीटर वाश नष्ट की है।


मुख्यमंत्री ने संयुक्त अभियान चलाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में अवैध व हथकढ़ शराब के विरुद्ध जिला प्रशासन, पुलिस व आबकारी विभाग को संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, इसके साथ ही मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया है

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने बताया कि हाल ही में भरतपुर जिले में हुई शराब दुखांतिका को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। ऐसे में यह आवश्यक है कि सम्पूर्ण राज्य में अवैध व हथकड़ शराब पर रोक लगाने की प्रभावी कार्यवाही की जाए एवं दोषियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाए।

मुख्य सचिव ने बताया कि दिनांक 16 जनवरी से अवैध व हथकढ़ मदिरा की धरपकड़ एवं इसे रोकने का 15 दिवसीय विशेष निरोधात्मक अभियान चलाया जाएगा, जिसमें संयुक्त रुप से जिला प्रशासन, पुलिस एवं आबकारी विभाग की भागीदारी होगी। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक एवं जिला आबकारी अधिकारी के साथ समन्वय कर मदिरा के अवैध निर्माण, उत्पादन, परिवहन, संग्रहण एवं बिक्री पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने के लिए आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग के समन्वय से सम्पूर्ण जिले के लिए विशिष्ठ कार्य योजना बनाई जाएगी। मुख्य सचिव ने बताया कि किसी भी मदिरा दुकान या अनुज्ञाधारी एवं अन्य के द्वारा अन्य राज्यों की अवैध मदिरा संग्रहित होने या मदिरा बोतलों से छेड़छाड़ कर टेम्परिंग करने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। इस प्रक्रिया में नियमानुसार सैंपल लेकर विभागीय प्रयोगशाला में जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी।

हेल्पलाईन नम्बर 18001806436 पर दें जानकारी

उन्होंने बताया कि हाईवे पर स्थित ढाबों, हाईवे से गुजरने वाले स्प्रिट टेंकर्स आदि की समय- समय पर जांच की जाएगी और संदिग्धता पाए जाने पर आवश्यक वैद्यानिक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि अवैध मदिरा की रोकथाम के लिए नकली, हथकड़, अवैध एवं अन्य राज्यों की मदिरा बाहुल्य वाले गांव को चिन्हित किया जाकर उक्त गांव में अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के बारे में सूचना एकत्रित कर सम्पूर्ण डाटा बेस तैयार किया जाएगा और उनके विरुद्ध समन्वित कार्यवाही की जाएगी। ऐसे परिवारों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के द्वारा संचालित नवजीवन योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।

मुख्य सचिव ने बताया कि मदिरा के अवैध विक्रय, निर्माण, परिवहन से सम्बन्धित सूचनाओं पर त्वरित एवं गोपनीय कार्यवाही किये जाने के उद्देश्य से वर्तमान में आबकारी विभाग में हेल्पलाईन (टोल-फ्री) नम्बर 18001806436 हमेशा 24 घण्टे संचालित हैं।

इसके अलावा आबकारी विभाग में संचालित कन्ट्रोल रूम एवं विभागीय ऑनलाईन कम्प्लेन मॉड्यूल का भी उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान की जिला स्तर पर संबंधित जिला कलेक्टर एवं संभाग स्तर पर सम्भागीय आयुक्त प्रतिदिन मॉनेटरिंग एवं पर्यवेक्षण करेंगे। मुख्य सचिव ने बताया कि अवैध शराब की रोकथाम पर प्रभावी एवं सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। विशेष अभियान में किसी भी स्तर पर लापरवाही को राज्य सरकार द्वारा गम्भीरता से लिया जाएगा एवं संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। रिर्पोट सहयोग- सीताराम गुप्ता।