कोटपूतली : नो एंट्री पर 2 घंटे माथापच्ची, नहीं निकला 'समाधान'

कोटपूतली : नो एंट्री पर 2 घंटे माथापच्ची, नहीं निकला ‘समाधान’

Read Time:8 Minute, 2 Second

न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। कोटपूतली के नीमकाथाना रोड पर भारी व ओवरलोड वाहनों की नो एंट्री की मांग के साथ जहां बुधवार से अनिश्चितकालीन धरना जारी है वहीं आज कोटपूतली एसडीओ कक्ष में धरनार्थियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच 2 घंटे तक समस्या समाधान के लिए मंथन चला। 2 घंटे चली मंथन बैठक में एसडीएम सूर्यकांत शर्मा, तहसीलदार अभिषेक सिंह व परिवहन और खनन व पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ धरनार्थी व ट्रांसपोर्टर भी शामिल रहे। … लेकिन समस्या समाधान पर कोई सहमति नहीं बन सकी।

कोटपूतली : नो एंट्री पर 2 घंटे माथापच्ची, नहीं निकला 'समाधान'

धरनार्थियों की मांग, 12 घंटे लागू हो शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री

शहर में नो एंट्री की मांग को लेकर कई बार रैली व धरना दे चुके समाजसेवी राधेश्याम शुक्लावास के नेतृत्व में आधा दर्जन लोग नो एंट्री की मंथन बैठक में शामिल हुए। मांग रखी कि शहर में नीम का थाना रोड पर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर 12 घंटे रोक लगाई जाए। लोगों की इस मांग पर एसडीएम सूर्यकांत शर्मा ने असमर्थता जताते हुए कहा कि ‘ संवैधानिक रूप से बिना किसी ठोस कारण के 12 घंटे नो एंट्री लागू नहीं की जा सकती। यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं।

उन्होंने लोगों की इस मांग को जिला प्रशासन को भिजवाने की बात कही। एसडीएम ने कहा कि जिला प्रशासन का निर्णय आने तक शहर में सुबह 8 से 11 बजे तक नो एंट्री लागू की जा सकती हैं। इसके लिए उन्होंने पुलिस प्रशासन को सख्ती से नो एंट्री की पालना कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही परिवहन व खनन विभाग को भारी व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। लेकिन धरना कमेटी के सदस्य सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री की मांग पर डटे रहे।

समस्या समाधान के महत्वपूर्ण बिंदु जो बैठक का हिस्सा बने, लेकिन समाधान नहीं खोज सके

गौरतलब है कि शहर का नीम का थाना रोड, जिसे डाबला रोड के नाम से भी जाना जाता है। अत्यंत व्यस्त मार्ग है। खाटू श्यामजी जाने के लिए दिल्ली- गुड़गांव के लोग भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। आवागमन अधिक होने के कारण अक्सर बाइक सवार व राहगीर यहां दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इस समस्या समाधान के लिए समाजसेवी राधेश्याम शुक्लावास की अगुवाई में स्थानीय लोग नारेहडा के हनुमान मंदिर से कोटपुतली मुख्य चौराहे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।

जिसके लिए आज एसडीएम कक्ष में 2 घंटे वार्ता चली, वार्ता के दौरान उपस्थित लोगों ने समस्या समाधान के लिए जो महत्वपूर्ण बिंदु सुझाए वे इस प्रकार हैं।

– कोटपूतली मुख्य चौराहे से नीमकाथाना रोड पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है, इसके लिए मुख्य चौराहे से कृपा का तिबारा तक अस्थाई अतिक्रमण को हटवाया जाए।

– सड़क मार्ग से अतिक्रमण हटवाने के पश्चात भारी वाहनों के लिए सड़क पर लाइन खींच कर एक तरफ चलने को पाबंद किया जाए।

– खनन सामग्री वाहक भारी वाहनों की सघन जांच कर ओवरलोड वाहनों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

– शहर की सीमा में प्रवेश करते ही भारी वाहनों की गति सीमा निर्धारित की जाए और पुलिस प्रशासन द्वारा इसकी पालना करवाई जाए। वाहन गति सीमा में चलेंगे तो दुर्घटना की संभावना स्वतः ही कम हो जाएगी।

– शहर के कृपा का तिबारा, मुख्य चौराहा व सब्जी मंडी मोड पर पुलिसकर्मियों की पुख्ता तैनाती हो, जो ओवरलोड वाहनों को शहर में प्रवेश ना करने दें। निर्धारित ‘भार’ वाले भारी वाहन ही निर्धारित गति सीमा के साथ शहर में प्रवेश करें।

– सुबह 7 से 9 व दोपहर 1 से 4 बजे तक शहर में स्कूल बसों का आवागमन अधिक रहता है। इस समय विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के वाहनों का भी आवागमन अधिक रहता है। इस तय समय में भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने की व्यवस्था की जाए।

इस तरह एडवोकेट प्रभा अग्रवाल, समाजसेवी रतन लाल शर्मा, रामचंद्र सैनी, कुम्हार समाज परगना अध्यक्ष चंदा राम प्रजापत व अन्य उपस्थित लोगों ने अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं के साथ प्रशासन से वार्ता की। लेकिन भारी वाहनों की गति सीमा निर्धारण व ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के अलावा किसी बिंदु पर सहमति नहीं बन सकी।

ट्रांसपोर्टर्स ने सौंपा ज्ञापन, कहा- नो एंट्री लागू हुई तो हम भी देंगे धरना

कोटपूतली : नो एंट्री पर 2 घंटे माथापच्ची, नहीं निकला 'समाधान'

इधर बैठक के बाद एसडीएम कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए दर्जनों ट्रांसपोर्टर्स ने एसडीएम सूर्यकांत शर्मा को ज्ञापन सौंपकर नो एंट्री लागू नहीं करने की मांग की। ट्रांसपोर्टर्स ने प्रशासन द्वारा नो एंट्री लागू करने पर धरना व आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि वे रोड टैक्स चुकाने के बाद अपना व्यापार कर रहे हैं और अगर प्रशासन ने नो एंट्री लागू की तो ट्रांसपोर्टर्स अपनी गाड़ियों की ‘किस्ते’ भी नहीं निकाल पाएंगे और परिवार पर रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा होगा।

कोटपूतली : नो एंट्री पर 2 घंटे माथापच्ची, नहीं निकला 'समाधान'
मीडिया से जानकारी साझा करते एसडीएम सूर्यकांत शर्मा

एसडीएम सूर्यकांत शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ‘ शहर में नो एंट्री की मांग को लेकर आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई है। इन बिंदुओं को जिला प्रशासन के समक्ष रखा जाएगा। फिलहाल शहर में सुबह 8 से 11 नो एंट्री के निर्देश दे दिए गए हैं।

अपडेट समाचारों के लिए आप पढ़ते रहे न्यूज़ चक्र। अपने समाचार प्रकाशन के लिए हमें व्हाट्सएप करें- 9887243320

Loading

अलवर: सीमा हैदर जैसा मामला, फेसबुक फ्रेंड से मिलने पाकिस्तान पहुंची महिला Previous post अलवर: सीमा हैदर जैसा मामला, फेसबुक फ्रेंड से मिलने पाकिस्तान पहुंची महिला
1 अगस्त को जबरदस्त फीचर्स के साथ सबसे सस्ता स्मार्टफोन लांच करेगी Redmi Next post 1 अगस्त को जबरदस्त फीचर्स के साथ सबसे सस्ता स्मार्टफोन लांच करेगी Redmi