न्यूज़ चक्र, कोटपूतली। नि:शुल्क बेटी वाहिनी के संयोजक, भामाशाह व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. आरपी यादव चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, जो अपने चिकित्सा कार्य को करते हुए अपने आसपास जीव जंतु, पेड़ पौधे तथा सामाजिक सरोकार से संबंधित कार्य निरंतर करते रहते हैं।
डॉ. आरपी यादव ने कोटपूतली तहसील में सबसे पहले बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने अपने पीएफ फंड से पैसे उठाकर बेटियों के लिए नि:शुल्क बस सुविधा की शुरुआत की थी, जो आज आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों को बस में बिठाकर कोटपूतली महाविद्यालय तक ले जाती है तथा उसके बाद उनको वापस उनके घर तक छोड़ते हैं। उनकी निशुल्क बेटी वाहिनी की पहल पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इनको प्रशस्ति पत्र व नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया था।

डॉ. आरपी यादव को सामाजिक कार्यों के लिए समय- समय पर मान सम्मान से नवाजा गया है। इसी के साथ डॉ. आरपी यादव सन 2015 से सोमवती अमावस्या के दिन से बरगद और पीपल लगाकर आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण सुरक्षा कार्य में जुटे हुए हैं। इतना ही नहीं वे समय- समय पर बरगद व पीपल के पौधों की देखभाल भी खुद स्वयं ही करते हैं। पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था, ट्रीगार्ड आदि सारी व्यवस्था खुद आरपी यादव अपने निजी खर्चे से कर रहे हैं।

अभी तक डॉ. यादव लगभग 215 बरगद और पीपल के पेड़ लगा चुके हैं। पेड़ भी खुद घर पर मिट्टी के मटकों में तैयार करते हैं। उनका कहना हैं कि मनुष्य अपने लिए तो जीता है पर जीना उसी का होता है जो दूसरों के काम आवे, जिसको आने वाली पीढ़ियां याद रखें। इस तरह के कार्य हर इंसान को करते रहना चाहिए। इसके अलावा डॉ. आरपी यादव अपने गांव में बच्चों व मरीजों को नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श भी देते हैं।