संघर्ष समिति अध्यक्ष शिवपाल सुद व सचिव नवीनराज रावत के नेतृत्व में उठाई आवाज
न्यूज़ चक्र,कोटपुतली। नवगठित जिले कोटपुतली-बहरोड़ के कुंडला क्षेत्र के ग्रामीणों ने नवीन पंचायत समिति मैड कुंडला में क्षेत्र को शामिल करने की मांग को लेकर एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने एसडीएम और जिला कलेक्टर से आग्रह किया कि कुंडला क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को प्रस्तावित मैड कुंडला पंचायत समिति में सम्मिलित किया जाए।

ग्रामीणों का कहना है कि नवीन पुनर्गठन में मैड कुंडला को पंचायत समिति के रूप में प्रस्तावित किया गया है, किंतु अभी तक इसका अधिकारिक प्रकाशन नहीं हुआ है। मीडिया के माध्यम से इस प्रस्ताव की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। बड़ी संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांग को दोहराया और प्रशासन से शीघ्र प्रस्ताव सरकार को भेजने का अनुरोध किया।
संघर्ष समिति अध्यक्ष शिवपाल सुद, सचिव नवीनराज रावत एवं समिति के अन्य सदस्यों ने कहा कि प्रस्तावित मैड कुंडला पंचायत समिति में क्षेत्र को जोड़ना जनभावनाओं के अनुरूप है। इससे क्षेत्र में विकास कार्यों को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि लंबे समय से राजनीतिक उपेक्षा का शिकार रहा यह क्षेत्र अब न्याय चाहता है।

गौरतलब है कि विराटनगर पंचायत समिति के कुंडला क्षेत्र की 13 ग्राम पंचायतों — मैड़, जोधुला, पूरावाला, तालवा बिहाजर, पालड़ी, दूधी आमलोदा, बड़ोदिया, भामोद, नवरंगपुरा, बीलवाड़ी, चतरपुरा, बागावास 84 और तेवड़ी — को प्रस्तावित पंचायत समिति में सम्मिलित किया गया है। इसके अतिरिक्त नवीन पुनर्गठन में सेवरा खेड़ा, श्यामपुरा, श्यामनगर (स्वामियों की ढाणी), बरवाड़ा पणदो, बियावास जैसी नवसृजित ग्राम पंचायतों को भी शामिल किया गया है, जिससे कुल पंचायतों की संख्या 18 हो गई है।
ग्रामीणों ने यह भी मांग की कि भोजेरा (संभावित भोजेरा, सताना, चक बाई का बास, दौलाज), हरिकिशनपुरा (संभावित हरिकिशनपुरा, कल्याणपुरा, बामनवास), ढाणी जोगियान, गुर्जरपुरा, सूरपुरा, करणीनगर, टांडा, खातौलाई, जवानपुरा, धौलीकोठी, चतरपुरा, बागावास जैसे गांवों को भी प्रस्ताव में सम्मिलित किया जाए, ताकि पंचायत समिति की सभी आवश्यकताएं पूर्ण हो सकें।
ग्रामीणों ने कहा कि पुनर्गठन में यदि जनभावनाओं का सम्मान किया गया और प्रस्तावित क्षेत्र को मैड कुंडला पंचायत समिति में सम्मिलित किया गया, तो इससे क्षेत्र में विकास की नई राह खुलेगी। सभी जनप्रतिनिधियों, जिला परिषद सदस्यों, पंचायत समिति सदस्यों और ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने भी एक स्वर में मैड कुंडला के गठन का समर्थन किया है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। संघर्ष समिति ने प्रशासन से शीघ्र प्रस्ताव प्रकाशित कर जनभावनाओं का सम्मान करने की अपील की है।