रांची : भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian women hockey team) भले ही पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में नाकाम रही हो लेकिन हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह (Bholanath Singh) ने आमूलचूल बदलाव की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि अगले ओलंपिक चक्र की तैयारी करने की जरूरत है ।
टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम यहां एफआईएच क्वालीफायर में जापान से तीसरे स्थान के मुकाबले में 0-1 से हार गई। शीर्ष तीन टीमों जर्मनी, अमेरिका और जापान ने यहां से पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया।
भोलानाथ ने कहा,‘‘हम सभी निराश हैं लेकिन हमें सकारात्मक चीजों को देखना है। हमारी टीम ने अच्छा खेला लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। जीत हार खेल का हिस्सा है और हमें इसे स्वीकार करके आगे बढना होगा।”
यह पूछने पर कि क्या इस नाकामी के बाद कोई बदलाव देखने को मिलेंगे, उन्होंने ना में जवाब दिया। उन्होंने कहा ,‘‘ अभी बहुत जल्दबाजी है। मैने कहा है कि टीम ने अच्छा खेला। हमें जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल जीतना चाहिये था, लेकिन कुछ गलतियों का हमें खामियाजा भुगतना पड़ा। हम हड़बड़ी में कोई फैसला नहीं लेंगे। हम प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे।”
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उन्होंने कहा ,‘‘ टीम में तत्काल बदलाव की अपेक्षा नहीं करें। टीम अब अगले महीने भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले एफआईएच प्रो लीग मुकाबलों की तैयारी करेगी । हमें अगले ओलंपिक चक्र की तैयारी करनी है और हमारे पास पूरे चार साल हैं।”
इस परिणाम के बाद मुख्य कोच यानेके शॉपमैन का भविष्य भी अनिश्चित है जिनका करार पेरिस ओलंपिक तक था।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने शुक्रवार को कहा था,‘‘ हम अभी कोच के बारे में नहीं सोच रहे हैं। अभी कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होने है जैसे एफआईएच प्रो लीग। दुनिया की शीर्ष आठ टीमें इसमें खेलती है और अभी फोकस इस पर है।”
उन्होंने कहा,‘ यह निराशाजनक है कि हम क्वालीफाई नहीं कर सके लेकिन कोच के काम से कोई शिकायत नहीं है।”
-एजेंसी इनपुट के साथ
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