News Chakra. आरक्षण के मुद्दे पर जाट समाज एक बार फिर एकजुट होने जा रहा है। आगामी 5 मार्च को जयपुर में प्रस्तावित जाट महाकुम्भ की तैयारियों को लेकर राजस्थान जाट महासभा के प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील सोमवार को कोटपूतली के दौरे पर रहे। मील ने यहां महाराजा सूरजमल जाट छात्रावास में जाट समाज के पंच पटेलों की बैठक को सम्बोधित करते हुए जाट सरदारों से आगामी 5 मार्च को महाकुम्भ में जुटने का आह्वान किया व साथ ही महाकुम्भ के पोस्टर का विमोचन भी किया।

आरक्षण : 5 मार्च को जयपुर में 'जाट महाकुम्भ'

इस दौरान प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए मील ने कहा कि आज से 23-24 वर्ष पूर्व वर्ष 1999 में राजधानी जयपुर में जाटों का महाकुम्भ हुआ था। तब हमारी मुख्य मांग जाटों को ओबीसी के आरक्षण की थी। जो कि पूरी हो गई थी, लेकिन आज ओबीसी आरक्षण निष्फल साबित होता जा रहा है। इसी को लेकर आगामी 5 मार्च को आयोजित होने वाले जाट महाकुम्भ में लाखों की संख्या में राजस्थान का जाट एकत्रित होगा।

मील ने कहा कि जाटों का आरक्षण आज कमजोर पड़ चुका है। चाहे दिल्ली की सरकार हो या राजस्थान की, कोई भी हमारी मांग नहीं सुन रहा है। राजस्थान के जाटों की गिनती कमजोर समाज में होने लगी है। कई समाजों की गिनती ओबीसी में होने लगी है। ओबीसी की संख्या राजस्थान में 55 प्रतिशत है, जबकि जाटों की संख्या भी 20 प्रतिशत के लगभग है। इसलिए जाटों को भी उनका हक मिलना चाहिये।

मील व अन्य पदाधिकारियों का महासभा के जिलाध्यक्ष एड. मनोज चौधरी ने स्वागत किया। इस दौरान देवेन्द्र दलाल, पूर्व विधायक रणवीर पहलवान, कुलदीप धनकड़, जगन चौधरी, अभिभाषक संघ अध्यक्ष एड. राजेश कुमार चौधरी, जसवंत माठ, रोहिताश कपुरिया, रामजीलाल जाखड़, हरपाल दादरवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।