News Chakra । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन ने कहा कि अयोध्या में बनने वाला श्रीराम मंदिर पांच शताब्दी की तपस्या का फल है। राम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा। उन्होंने भारत माता मंदिर में श्रीराम जन्मभूमि के इतिहास पर प्रकाशित विशेषांक ‘पांचजन्य’ का विमोचन किया।
स्वांत रंजन ने कहा कि लम्बे संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर बनने से हिंदू समाज का मनोबल फिर से उठ खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहा निधि समर्पण अभियान श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन की तरह सम्पूर्ण हिंदू समाज को जोड़ने वाला है ।
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उल्लेखनीय है कि पांचजन्य के श्रीराम जन्म भूमि विशेषांक में विद्वान लेखकों के लेख है। 116 पेज के विशेषांक में 20 लेखकों के आलेख प्रकाशित किए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नृपेंद्र मिश्र, मीनाक्षी जैन, बलवीर सिंह करुण, सरोज बाला, मालिनी अवस्थी, डेविड फ्राले, फ्रांस्वा गोतिए, स्वामी अवधेशानंद, लालकृष्ण आडवानी, तरुण विजय के आलेखों को सम्मिलित किया गया है। इनके अलावा रज्जू भैया, बाला साहब देवरस, हो. वे. शेषाद्री, अशोक सिंघल, अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्व प्रकाशित आलेखों को सम्मिलित किया गया है।