
न्यूज़ चक्र, बानसूर, 22 अप्रैल। भूपसेड़ा गांव में खेत में मेहनत कर रहे एक किसान परिवार के सपनों को गहरा आघात पहुंचा है। महिपाल यादव पुत्र बलवीर यादव, जो 18 अप्रैल को खेत में कीटनाशक दवा का छिड़काव करते वक्त बेहोश हो गए थे, उनकी उपचार के दौरान निम्स हॉस्पिटल में बीती रात मौत हो गई। महिपाल की असामयिक मृत्यु ने न केवल परिवार को गम में डुबो दिया है, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।

घटना के अनुसार, महिपाल यादव खेत में दवा का छिड़काव कर रहे थे, तभी अचानक उन्हें चक्कर आया और वह वहीं गिर पड़े। परिजनों ने तत्काल उन्हें बानसूर से जयपुर स्थित निम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां लगातार इलाज चल रहा था। लेकिन चार दिन की लगातार कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
महिपाल का सपना था कि वह आधुनिक खेती के माध्यम से अपने गांव और परिवार को नई दिशा दे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
शव को अस्पताल से बानसूर मोर्चरी लाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद ‘रोटी बैंक’ की निःशुल्क एंबुलेंस सेवा ने शव को उनके पैतृक गांव पहुंचाया। पूरे गांव में माहौल गमगीन है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि खेतों में प्रयोग की जाने वाली जहरीली दवाओं के सुरक्षित उपयोग के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
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