हंस महाविद्यालय में हुआ संविधान दिवस का आयोजन
न्यूज चक्र, पावटा। स्थानीय हंस पी.जी. महाविद्यालय, पावटा में एनएसएस, एनसीसी और रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक पंकज बंसल ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में कानाराम योगी, सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग, ने अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई, जिसे संस्थान के निदेशक और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने मिलकर सम्पन्न किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता कानाराम योगी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार ने 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था, क्योंकि इस वर्ष संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाई जा रही थी। उन्होंने भारतीय संविधान के बारे में जानकारी दी और बताया कि यह दुनिया का सबसे लंबा और लिखित संविधान है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक पंकज बंसल ने संविधान के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि भारतीय संविधान को तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन का समय लगा था। उन्होंने यह भी बताया कि संविधान के कुछ अंश 26 नवंबर 1949 को लागू कर दिए गए थे, जबकि संविधान पूरी तरह से 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने संविधान दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों को बताया कि प्रारंभ में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं, जो अब बढ़कर 12 अनुसूचियां हो गई हैं। उन्होंने संविधान में नागरिकों को दिए गए मौलिक अधिकारों के महत्व को भी रेखांकित किया।
कार्यक्रम के समापन पर कार्यक्रम अधिकारी महावीर यादव और राजेंद्र यादव ने उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया। साथ ही, सहायक आचार्य नेतराम यादव ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया।
इस अद्भुत आयोजन ने विद्यार्थियों को भारतीय संविधान के महत्व और उसके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।