मोटा अनाज : होली पर खायें हैल्दी फूड्स, तो जमेगा रंग !
न्यूज़ चक्र। मोटा अनाज : होली पर खायें हैल्दी फूड्स, तो जमेगा रंग ! बिल्कुल सही पढ़ा आपने। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है। यानी कि दुनिया अब भारतीयों के मूल खानपान की तरफ लौट रही है, तो फिर हम भारतीय क्यों अपने अमृत समान मोटे अनाज को छोड़कर फास्ट फूड की तरफ दौड़ रहे हैं। आज यह एक बड़ा प्रश्न हो सकता है, इस पर बहस भी जरूरी है लेकिन आज मौका होली का है। … तो क्यों ना रंगों के इस त्यौहार पर अपने शरीर को भी कुछ ऐसा खिलाए कि तन मन के रंग भी खिलखिला उठें।
होली के त्यौहार पर अमूमन हर घर में मैदा के मटर, मट्ठी और गुजियां बनाई जाती हैं। अब अगर यही सामान हम मोटे अनाज से बने आटे के बनाएं तो शरीर भी तंदुरुस्त और मन भी। तो चलिए, बताते हैं आपको मोटे अनाज से जुड़ी हर वह जानकारी, जो आप जानना चाहते हैं।
मोटे अनाज से जुड़ी हर वह जानकारी, जो आप जानना चाहते हैं…
मोटा अनाज क्या होता है
मोटा अनाज एक ऐसा अन्न होता है जो अपने आकार और भार के कारण भारी होता है। इसमें अनाजों की कणों की अधिकता होती है जो उच्च ऊर्जा और पोषण प्रदान करती हैं। मोटे अनाजों में चावल, गेहूं, जौ, मक्का, बाजरा, मूंगफली, सोयाबीन और राजमा शामिल होते हैं।
मोटे अनाज में पोषक तत्व
मोटा अनाज कैल्शियम से भरपूर होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन बी, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, खनिज, फाईटेट, फिनोल और टैनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। जो ना केवल शरीर के लिए उपयोगी होते हैं बल्कि पोषण के लिहाज से बेहद जरूरी होते हैं।
मोटा अनाज खाने के फायदे
- ऊर्जा स्तर बढ़ाना: मोटा अनाज अपनी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करता है।
- सामग्री भरपूर करना: मोटा अनाज में विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री होती है, जो शरीर के लिए आवश्यक होती है।
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाना: मोटा अनाज में फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- कैंसर से बचाव: मोटा अनाज में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो कैंसर से बचाव में मदद करते हैं।
- दिल के लिए अच्छा: मोटा अनाज हृदय रोगों से लड़ने में मदद करता है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है जो हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है।
- वजन नियंत्रण: मोटा अनाज खाने से वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, क्योंकि इसमें फाइबर और प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है
- मधुमेह नियंत्रण: मोटे अनाज में फाइबर की अधिक मात्रा होने से खाने के बाद शरीर का आहार धीमी गति से अवशोषित होता है, जिससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- अपच: मोटे अनाज में फाइबर की अधिक मात्रा होने से वह पाचन के लिए उपयोगी होते है.
मोटे अनाज को सरकार कर रही प्रोत्साहित
विश्व में भारत मोटे अनाज का उत्पादन का मुख्य केंद्र है। देश अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 मना रहा है, ऐसे में मोटे अनाज की खपत के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रत्येक मंत्रालय, मिशन और दूतावासों के तहत एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इन कार्यक्रमों में देश में उच्चतम स्तर पर सार्वजनिक और राजनीतिक प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए मोटे अनाजों का देशव्यापी प्रचार किया जा रहा है।
भारत सरकार का उद्देश्य विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से समाज के सबसे निचले तबके तक मोटे अनाज को पहुंचाना है, जो देश के मोटे अनाजों का प्रमुख उत्पादक भी है। भारत में लाखों छोटे और सीमांत किसान मोटे अनाज जैसे ज्वार, रागी, जौ, कागनी और कुटकी का उत्पादन कर रहे हैं। सामान्यतः मोटे अनाजों का उत्पादन संसाधन रहित छोटे और सीमांत किसान करते हैं। अन्य प्रचलित अनाजों जैसे गेहूं और धान की तुलना में मोटे अनाज को अधिक पोषक माना जाता है, क्योंकि यह खनिज, जिंक, आयरन और कैल्शियम, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
होली पर कैसे करें मोटे अनाज का इस्तेमाल
होली जैसे रंगीन और प्रेम व भाईचारे के त्यौहार पर अपने शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए आप मोटे अनाज से निर्मित आटे का उपयोग करें। जानिए मोटे अनाज के आटे से से क्या कुछ बनाया जा सकता है।
मोटे अनाज का हलवा है फायदेमंद
मोटे अनाज का हलवा बनाना बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है लेकिन इसे ज्यादा मात्रा में खाना स्वस्थ नहीं होता है। अधिक मात्रा में खाने से आपको अतिरिक्त कैलोरी मिलेंगी जो आपके वजन बढ़ने का कारण बन सकती हैं।
हालांकि, मोटे अनाज का हलवा कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं, जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स। लेकिन, इसे खाने से पहले मात्रा का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
इसलिए, अधिक मात्रा में मोटे अनाज का हलवा खाने से बचें और इसे संतुलित तरीके से खाएं ताकि आप इससे मिलने वाले पोषक तत्वों का लाभ उठा सकें बिना किसी समस्या के।
मोटे अनाज से बनी पूरियां
मोटे अनाज से बनी पूरियां बहुत स्वादिष्ट होती हैं और उनमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। यह उत्तम कार्बोहाइड्रेट स्रोत होते हैं जो आपको ऊर्जा देते हैं और विभिन्न अन्य पोषक तत्वों के साथ आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
मोटे अनाज से बनी पूरियां में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। फाइबर आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो आपको पेट के रोगों से बचाता है। प्रोटीन आपके शरीर के ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और मुख्य अंगों जैसे कि मांसपेशियों और बालों के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
इसके अलावा, मोटे अनाज से बनी पूरियों में विटामिन और मिनरल्स होते हैं जैसे कि विटामिन सी, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, फोस्फोरस, मैग्नीशियम, आदि जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
लेकिन, मोटे अनाज से बनी पूरियों को तले हुए खाने से उनके पोषक तत्वों का नुकसान हो सकता है। तले हुए खाने से पूरियों की कृत्रिम रसायनों का स्तर बढ़ सकता है जो अपने शरीर में जमा होने से आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसलिए, बेहतर होगा कि आप मोटे अनाज से बनी अन्य स्वस्थ व्यंजनों का उपयोग करें, जो तले नहीं होते हैं, जैसे कि दलिया, उपमा, पोहा, रोटी, आदि। यदि आप पूरियों को खाना चाहते हैं, तो आप उन्हें तले नहीं हुए बनाने की विधि का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि ओवन या एयर फ्राईर में सेहतमंद तरीके से पकाने का उपयोग करें। ओवन या एयर फ्राईर अगर आपके पास नहीं है तो आप यहाँ क्लिक कर से खरीद सकते है।
मोटे अनाज के पराठे
मोटे अनाज के पराठे खाने से आपको कई फायदे हो सकते हैं। पराठों में विभिन्न प्रकार के मोटे अनाज जैसे गेहूं, बाजरा, मक्का आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
मोटे अनाज से बने पराठों में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों का समृद्ध स्रोत होता है। इसलिए ये आपके सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ये पराठे आपको उचित मात्रा में ऊर्जा प्रदान करते हैं, जो आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देती है। इसके अलावा, मोटे अनाज से बने पराठे आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं और आपको तंदरुस्त रखने में मदद करते हैं।
हालांकि, ध्यान रखें कि अधिक मात्रा में शुद्ध घी या तेल का इस्तेमाल करने से ये पराठे अधिक कैलोरी वाले हो जाते हैं। इसलिए, आपको इन्हें संतुलित मात्रा में खाना चाहिए। इन्हें सब्जी, दही या अचार के साथ सर्विंग किया जा सकता है।
मोटे अनाज के दही बड़े
मोटे अनाज के दही बड़े एक बहुत ही स्वादिष्ट और सेहतमंद व्यंजन हैं। इसे बनाने के लिए, सबसे पहले मोटे अनाज को भीगने के लिए पानी में रखा जाता है। फिर इसे पीसकर मिक्सर में पीसा जाता है और इसमें दही, स्वादानुसार मसाले और नमक मिलाया जाता है। इस मिश्रण को तब तक मिलाते रहें जब तक इसमें गड़े न हो जाएं।
मोटे अनाज के दही बड़े आपको फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर मिलते हैं। इनमें मोटे अनाज के साथ-साथ दही का भी उपयोग होता है, जो आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है और सेहत को बल मिलता है। इसे आप गर्मा-गरम या ठंडा खा सकते हैं, और इसे विभिन्न चटनियों या अचार के साथ सर्विंग किया जा सकता है।
ध्यान रखें कि इसमें अधिक मात्रा में नमक न मिलाया जाए ताकि यह सेहतमंद बना रहे। इसके अलावा, इसे शुद्ध दही का उपयोग करके बनाना अच्छा होगा, क्योंकि इससे आपकी सेहत का ख्याल भी रखा जा सकता है।
तो होली का त्यौहार पूरे हर्सोल्लास व खुशिओं के साथ मनाएं। मोटा अनाज अपनाएं, मोटा अनाज आपके जीवन में तंदुरस्ती के रंग जमा देगा।
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