Rahul Gandhi Wrestlers Meet | अखाड़े में अब राहुल गांधी! WFI विवाद के बीच बजरंग पूनिया समेत अन्य पहल…

Rahul Gandhi Wrestlers Meet अखाड़े में अब राहुल गांधी

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नई दिल्ली: एक बड़ी खबर के अनुसार आज भारतीय कुश्ती संघ विवाद (WFI Crisis) के बीच कांग्रेस सांसद नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) झज्जर जिले के छारा गांव में वीरेंद्र आर्य अखाड़े पहुंचे। इना ही नहीं आह उन्होंने यहां बजरंग पूनिया समेत पहलवानों से बातचीत की। वहीँ आज अखाड़ा पहुंचे राहुल का पहलवानों ने जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान राहुल गांधी ने पहलवानों के साथ बातचीत कर उनके खेल के बारे में जानकारी भी ली।

जानकारी दें कि, भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जहां अब भी महिला पहलवान अड़ी हुई हैं। वहीं, बृजभूषण के करीबी संजय सिंह बबलू को फेडरेशन का नया अध्यक्ष चुने जाने के विरोध में पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का भी निर्णय लिया है। इतना ही नहीं इसके बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री PM मोदी के आवास के सामने छोड़ दिया। विनेश फोगाट ने भी अपना अर्जुन अवार्ड और मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार लौटा दिया है। 

राहुल ने लिया बाजरे की रोटी का लुत्फ

वहीँ आज कांग्रेस नेता ने पहलवानों के साथ सर्दी के मौसम में बाजरे की रोटी का लुत्फ भी उठाया। साथ ही उनके साथ एक्सरसाइज और कुश्ती के मैदान में भी अपना हाथ आजमाया। राहुल गांधी के आने पर पदक विजेता बजरंग पूनिया ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने कुश्ती के दाव पेंच सीखे, अखाड़े में कुश्ती की और खेल के बारे में भी जानकारी भी ली।

विनेश फोगाट ने लौटाया पदक 

दरअसल साक्षी मलिक के संन्यास और बजरंग के पद्मश्री लौटाने के बाद अब एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने बीते मंगलवार को अपने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड को वापस कर दिया। वीरेंद्र सिंह के पद्मश्री लौटाने के बाद विनेश अवॉर्ड वापस करने वाली अब तीसरी पहलवान हैं। बात दें कि विनेश ने यह कदम भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के महासंघ के अध्यक्ष चुने जाने के विरोध में उठाया है।

तदर्थ समिति अब तक नहीं हुई गठित 

हालांकि खेल मंत्रालय ने साक्षी मलिक, बजरंग और विनेश के विरोध के बाद बीते 21 दिसंबर को चुने गए कुश्ती महासंघ को निलंबित कर उसके रोजाना के कार्यों पर रोक लगा दी थी। वहीं मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) से महासंघ का कार्य देखने के लिए तदर्थ समिति गठित करने का भी आग्रह किया था। हालांकि अभी तक ऐसे कोई भी समिति गठित नहीं की गई है।

 


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