NDA से RLP ने तोड़ा नाता

NDA से RLP ने तोड़ा नाता, कहा- किसानों के हितों से बड़ा कुछ नहीं

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NDA से अकाली दल पहले ही अलग हो चुका है अब RLP भी अलग, कृषि बिलों पर घमासान व गतिरोध बरकरार

न्यूज चक्र, कोटपूतली। विकास वर्मा।। शनिवार को अलवर के शाहजहांपुर बार्डर से आरएलपी संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसानों के समर्थन में एनडीए (NDA) से गठजोड़ तोड़ दिया। बेनीवाल ने कहा- कि किसानों के हितों से बड़ा कुछ नहीं और गठबंधन कोई फेविकोल का जोड़ थोड़ी ही है जो टूटेगा नहीं। हालांकि बेनीवाल इससे पहले भी एनडीए से अलग होने का संकेत दे चुके थे। कोटपूतली में 12 दिसम्बर को आयोजित किसान महापंचायत में भी बेनीवाल ने कहा था कि वे किसानों के समर्थन में, कृषि बिलों के विरोध में जरूरत पड़ी तो खुद को एनडीए से अलग कर सकते हैं। इसके बाद उन्होंने तीन संसदीय समितियों से इस्तीफा भी दे दिया था।

एक दिन पहले विभिन्न गावों का किया था दौरा, तय थी रणनीति

आपको बता दें कि 25 दिसम्बर को कोटपूतली के विभिन्न गांवों का दौराकर बेनीवाल ने किसानों से जनसम्पर्क किया था और 26 दिसम्बर को भारी संख्या में किसानों के साथ दिल्ली कूच का ऐलान किया था। शनिवार को कोटपूतली के मलपुरा में सुबह 11 बजे पार्टी के प्रदेश महामंत्री व पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना के नेतृत्व में हजारों किसानों का जमावड़ा शुरू हो गया। दोपहर 1 बजे के करीब बेनीवाल मलपुरा पहुंचे, मीडिया से बातचीत की और भारी काफिले के साथ शाहजहांपुर बार्डर पहुंचे।

NDA से RLP ने तोड़ा नाता

बेनीवाल ने शाहजहांपुर बार्डर पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे शुरू से ही कृषि बिलों के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि कृषि बिलों के विरोध में, किसानों के समर्थन में आरएलपी ने एनडीए छोड़ दिया है, मैं इसकी घोषणा करता हूं।

NDA से RLP ने तोड़ा नाता

इससे पहले मलपुरा में न्यूज चक्र से बातचीत में बेनीवाल ने कहा था कि ‘ जिस समय कृषि बिलों को लाया गया, मैं संसद से बाहर था, अगर संसद में होता तो वहीं कृषि बिलों को फाड़ देता। मैं अब शाहजहांपुर बार्डर पर किसानों के साथ बैठने जा रहा हूं, वहीं आगे की रणनीति तय होगी।’

NDA से अलग हो रहे घटक दल

आपको बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसानों और विपक्षी दलों की ओर से हो रहे हमलों तथा प्रदर्शन के बीच एनडीए के सहयोगी दलों के बागी तेवर बने हुए हैं, कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल पहले ही एनडीए छोड़ चुका है।

फोटो व कैमरा- सीताराम गुप्ता।।

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